मिर्गी ला-इलाज बीमारी नहीं है।
पता है, मिर्गी ला-इलाज बीमारी नहीं है। मिर्गी के मरीज को कभी भी कहीं भी दौरा पड़ सकता है। इस बीमारी में मरीज को कभी 8 से 10 मिनट का दौरा पड़ता है तो कभी दौरे की वजह से कुछ घंटो तक होश भी नहीं आता है। मिर्गी के मरीज को हमेशा सतर्क रहना चाहिए क्योंकि उसे इस बात का खुद पता नहीं रहता है की उसे कब और कहाँ मिर्गी का दौरा पड़ सकता है। यह बिमारी बहुतों को बचपन से ही होती है पर किसी किसी को बाद में भी हो जाती है और इलाज़ लम्बे समय तक चलता रहता है। कभी कभी तो इलाज़ के दौरान मरीज़ बिलकुल ठीक हो जाता है इसलिए जिस किसी को भी मिर्गी की बीमारी हो निराश होने के बजाय इलाज़ की ओर ध्यान दे। मिर्गी का दौरा पड़ने के कई कारण हो सकते हैं ! काई बार वंशानुगत ( hereditary ) के कारण भी मिर्गी का दौरा पड़ सकता है! अगर जन्म लेते समय कोई चोटों हुई हो या (vascular डिजीज) हो, तो भी मिर्गी होने का कारण हो सकता है ! चलिए जान लेते हैं और कौन कौन से कारण हैं मिर्गी के ? अगर किसी को Brain tumor है तो उसे मिर्गी लग...